Tuesday, November 1, 2011

यह सुना था

यह सुना था
राजनीति हर तरफ हर बात पर होती है
लोग उसकी चपेट में होते हैं
कतार में खड़े छोटे लोग भी
चमकती बड़ी गाड़ियों में बैठे सबसे बड़े भी
वो भी हिस्सा हैं इक गहरी राजनीती का
जो कहीं नहीं गिने जाते किसी कड़ी में
काटते हैं अपने दिन पोलीथिन की सिरकियों में
या दलदले स्लमों की अँधेरी गलियों में
और सबसे अधिक तो
मझोली गाड़ियों में, स्कूटरों में बैठे
मझोले लोग
आज देखी है इक राजनीति
फल की मंडी में
दुकानों पर भी
सबसे सुन्दर सुडौल फल
बड़ी गाड़ियों के नाम
और सबसे पिलपिले उन बस्तियों के नाम
जिन्हें इक बरस में
आज ही कुछ फल नसीब होते हैं
और बाकी सारे उन मझोली गाड़ियों और स्कूटरों के नाम
और जो कतार में हैं
उनके लिए
........................................................अलका

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