Thursday, January 24, 2013
‘वह अबोध’
वह ‘अबोध’ मां के आंचल से दूर खींच लाया गया है एक नयी पाठशाला की दुनिया में जहां वह सीखेगा कुछ नये शब्द, नयी भाषा और नयी चेतना कुछ लोग कुछ नये शब्द उसकी तरफ फेंक पढा रहे हैं एक नया ककहरा ल से लाड की जगह बता रहे हैं ‘लडका’ प से प्यार की जगह सिखा रहे हैं ‘पुरुष’ और म से मां के बरक्स ‘मर्द’ होता है समझा रहे हैं वह अबोध लुढकते –पुढकते लौटा है पहला पाठ पढकर और पूछ रहा है तुतला कर लड्का क्या होता है मम्मा ? लडकी क्या होती है मम्मा ? बताओ ना बताओ ना मम्मा मैं तो मर्द हूं ना ? ये मर्द क्या होता है ? तुतलाते बेटे के सवाल अभी बाकी हैं पर भृकुटि टेढी कर मां कभी नाप रही है अपना आंचल कभी समझने की कोशिश में पूछ रही है उससे कि किसने बताया तुमको कि तुम ळडका हो और वो तुम्हारी बहन लडकी ? किसने बताया कि तुम मर्द हो ? वो औरत ? वह अबोध चितनशील है नज़रें झुकाये सोच रहा है मां के सवाल का जवाब और तुतलाती ज़बान में कह रहा है कल मुझसे वो भैया कह रहे थे ‘’तू लडका है लडकियों के खेल मत खेला कर’’ वो कह रहे थे ‘तू मर्द है’ बोलो ना मम्मा मैं मर्द हूं ? मां स्तब्ध, आवाक कभी हंसती है कभी मुस्कुराती , कभी उसे निहार निहार सोचती कि क्या जवाब दूं अभी समझ रही थी उस अबोध ने फिर पूछ लिया मर्द क्या होता है मम्मा ? और ये लडकी क्या होती है ? बोलो ना , बोलो ना मम्मा वह अबोध समझ ही नहीं पाया था उन शब्दों के अर्थ तब तक कुछ और नये शब्द और उसके अर्थ पटक दिये गये थे उसके आगे सीख लेने के लिये ‘उसकी’ बडी बडी अबोध आंखें कदम दर कदम सवाल कर रही थीं पर वहां हर शब्द के साथ बताया जा रहा था औरत और मर्द होने का बुनियादी अंतर और वह बार बार उसी सवाल पर अटका था क्या होता है मर्द ? कौन होता है मर्द ? पर वह अब भी खाली हाथ बस इतना समझ रहा था कि वह लडका है , एक मर्द और समझ रहा था कि यह भी एक दुनिया है जहां वह सीखेगा अभी बहुत कुछ वह अबोध फिर घर लौटा है कुछ सवालों के साथ सर झुकाये, कुछ समझते, कुछ उलझते नाखूनों को बार बार एक दूसरे से रगड समझने की कोशिश के साथ मां की तरफ देख रहा है गूढ नज़रों से कि क्यों जवाब नहीं देती वह कि क्यों हौले हौले मुस्कुराती है वह कि क्यों बार बार भृकुटि तान लेती है वह अपनी तुतलाती जबान सी कदमों के साथ वह थाम्ह लेता है मां का हाथ उन शब्दों के अर्थ के सही मायने जानने के लिये जो अभी तक उसके दिमाग में उलटे लटके हैं ........................................................................अलका
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